राहगिरी कार्यक्रम में उमड़ा शहरवासियों का सैलाब, सभी ने जमकर लुत्फ उठाया

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आज मानव आपा-धापी व भागदौड़ के जीवन में टेंशन, विभिन्न बीमारियों का शिकार हो रहा है। ऐसे में पल दो पल जिंदगी में ठहराव लाने के लिए जिला पुलिस प्रशासन की ओर से आज प्रात: राहगिरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल की भूमिका अह्मह रही। इस कार्यक्रम को आज शहर के क्या बूढे, क्या जवान, क्या महिलाएं, युवतियां, स्कूली बच्चे, विभिन्न खेलों के खिलाडिय़ों ने भाग लिया। सांस्कृतिक व रंगारंग कार्यक्रम, साईक्लिंग, ताई-कवांडो, नन्हें स्कूली बच्चों का सडक पर बनाए गए स्टेज पर कार्यक्रम, डीजे पर हैल्थ डांस, रैन डांस, गीता के उपदेश मानव जीवन को खुशहाल जीने के तौर-तरीकों, निशुल्क स्वास्थ्य जांच आदि से भरा यह कार्यक्रग पायलट चौट गढी-बोलनी रोड पर आयोजित किया गया।
इस राहगिरी कार्यक्रम में आज जैसे पूरा शहर ही उमड़ आया। यहां पर ढोल-तासों, बीन, मंजीरों पर सपेरा नृत्य, डीजे पर रंगारंग कार्यक्रमों का खूबसूरत नजारा देश गया। क्या पत्रकार, क्या प्रशासनिक अधिकारी, शहर के प्रतिष्ठि सामाजिक व राजनीतिक लोगों ने भी अपनी भागीदारी दिखाई। यहां विशेष रूप से यह भी देखने को मिला कि जहां शहरवासी उमडकर आए वहीं जिला उपायुक्त किसी को नहीं दिखाई दिए। इस कार्यक्रम में जिला पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल की भागीदारी मैन आफ द मैच की तरह रही। शहरवासियों के बीच भाईचारा व मैत्रीभाव भी देखने को मिला। 
आज के इस राहगिरी कार्यक्रम में चारों ओर खिलाड़ी, कलाकार, गायिका, पेंटिंग करते हुए चित्रकार आदि का खूबसूरत नजारा रहा। शहरवासियों को 1994 का तत्कालीन उपायुक्त रामनिवास का राइडेक्स मेला जो रामलीला मैदान सरकूलर रोड पर लगा था, उसकी याद ताजा कर गया। उस समय श्री रामनिवास ने एक सप्ताह का मेल लगवाया था। उसमें देश के विभिन्न प्रदेशों से मनोरंजन कलाकार, कालबेलिया नृत्य, महिला नागिन डांस, विभिन्न प्रकार के खाने-पीने की स्टालें लगाई गई थी। तत्कालीन उपायुक्त रामनिवास भी शहरवासियों में उस समय काफी लोकप्रिय हो गए थे। आज लगभग 22 वर्षों बाद आज रेवाड़ीवासियों ने इस राहगिरी कार्यक्रम का भरपूर लुत्फ उठाया। 
जिला पुलिस अधीक्षक श्री दुग्गल जितना अपराधियों के लिए खौफ का प्रयास माने जाते हैं उतनी ही शहर में उनकी लोकप्रियता आम जनमानस में देखी गई है। क्या आज श्री दुग्गल ने एक आम आदमी बनकर शहरवासियों, कलाकारों, खिलाडिय़ों, प्रशासनिक अधिकारियों, प्रतिष्ठि सामाजिक व राजनीतिक व्यक्तियों, समाज सेवकों से दिल से मित्र की तरह घुलमिल गए और उनकी लोकप्रियत सिर चढकर बोलती दिखाई दी।