मोगा पार्सल बम विस्फोट का आरोपी ओडिशा से गिरफ्तार, खुल सकते हैं कई राज

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पंजाब के मोगा में 9 दिन पहले कोरियर की दुकान में हुए पार्सल बम विस्फोट के आरोपी को ओडिशा पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया गया है। डीएसपी के नेतृत्व में ओडिशा पहुंची 4 सदस्यीय पुलिस टीम आरोपी को हवाई सफर से मोगा के लिए रवाना हो चुकी है। आरोपी ने देसी बम बनाने का सामान भी ओडिशा से ही खरीदा था। पुलिस पूछताछ में आरोपी कई और राज से पर्दा उठा सकता है।

राउरकेला (ओडिशा) के प्लांट साइट थाना प्रमुख उपेंद्र प्रधान और मोगा के डीएसपी हरिंदर सिंह डोड, एडिशनल एसएचओ वेद प्रकाश, थाना सिटी साउथ प्रमुख जतिंदर सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी राजा राजवीर नारायण को रिश्तेदार के घर से बसंती कॉलोनी राउरकेला (ओडिशा) से गिरफ्तार किया है।

इससे पहले पंजाब पुलिस ने राउरकेला (ओडिशा) के एसपी डॉ. उमा शंकर दास को वारदात से अवगत कराया। फिर दोनों राज्यों की पुलिस ने आरोपी को ट्रैफिक गेट मार्केट से गिरफ्तार करके उसे अदालत में पेश किया और अदालत ने आरोपी को पांच दिन के रिमांड में भेज दिया है। पंजाब पुलिस टीम आरोपी को सड़क के रास्ते से रांची ले गई और वहां से हवाई मार्ग से पंजाब के लिए रवाना होगी।

पुलिस के मुताबिक प्राथमिक जांच में पता लगा है कि इस वारदात पीछे पुश्तैनी जायदाद का विवाद है। आरोपी ने बदले की भावना में पार्सल बम से रिश्तेदार को उड़ाने की सजिश रची थी। बम का समान भी ओडिशा से ही खरीदा गया था। संगरूर के व्यापारी भूपेश राजेआना ने बताया कि आरोपी राजा राजवीर नारायण (52) उसका चचेरा भाई है।

वह छोटी उम्र में ओडिशा चला गया था, वह पंजाबी फिल्मों में कैमरामैन के तौर पर भी काम करता था और उसने अपना कैमरा भी खुद तैयार किया था। उन्होंने बताया कि संगरूर में उनका पुश्तैनी मकान है। उसको लगता है इस पुश्तैनी मकान की रंजिश में उसे निशाना बनाने की योजना बनाई गई थी।

टी शर्ट बताकर दिया था कोरियर
बता दें कि बीते माह की 26 सितंबर को मोगा की चेंबर रोड में सूद कोरियर सर्विस में स्पेयर पार्ट्स के कारोबारी भूपेश राजेआना, निवासी पटियाला गेट संगरूर के नाम पार्सल बुक कराया गया था। आरोपी ने पार्सल में टी-शर्ट होने की बात कही थी। यह पार्सल व्यापारी के पास पहुंचने से पहले ही कोरियर दुकान में ब्लास्ट हो गया था। पार्सल भेजने वाले का पता बूटा किराना स्टोर शाहकोट रोड मलसियां लिखाया गया था, जो गलत था। इस पार्सल बम की जांच जालंधर की बम निरोधक टीम के अलावा मोहाली एफएसएल के फोरेंसिक माहिर जांच कर रहे हैं।