चरम पर पहुंचा इनेलो का संकट, दुष्यंत चौटाला से सभी जिम्मेदारियां ली गई -सूत्र

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प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल के भीतर एक सप्ताह से चल रहा अंदरूनी खींचतान का संकट गहराता जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हिसार से सांसद दुष्यंत चौटाला को पार्टी में उनकी सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है। मिली सूचना के मुताबिक दुष्यंत चौटाला से कोताही संबंधित कुछ सवाल पूछे गए हैं और उनसे हफ्ते में जवाब मांगा गया है।

इससे पहले वीरवार दिन में इनेलो की छात्र इकाई इनसो और युवा इनेलो को भंग कर दिया गया था। साथ ही दो जिलों के अध्यक्षों समेत कई पदों पर भी बदलाव किए गए थे।

युवा हरियाणा को मिली जानकारी के अनुसार सांसद दुष्यंत चौटाला को दिए गए नोटिस में उन्हें 7 अक्तूबर की गोहाना रैली में हुई अनुशासनहीनता के लिए जिम्मेदार बताया गया है क्योंकि उस रैली में वॉलंटियर्स की ड्यूटी लगाने की जिम्मेदारी दुष्यंत की ही थी, और इस काम को अनुशासित तरीके से करवाने में वे विफल रहे। गौरतलब है कि गोहाना रैली में अभय चौटाला, अशोक अरोड़ा और रामपाल माजरा के भाषण के दौरान जोरदार हूटिंग हुई थी और दुष्यंत जिंदाबाद व भावी सीएम दुष्यंत चौटाला के नारे लगाए गए थे। रैली में अभय चौटाला और ओमप्रकाश चौटाला के भाषण के दौरान दुष्यंत की तस्वीरें भी लहराई गई थी।

इसके अलावा रैली से पहली शाम 6 अक्तूबर को तैयारियों का जायज़ा लेने गए अभय सिंह चौटाला के सामने भी दुष्यंत के पक्ष में नारे लगाए गए थे।

वहीं दुष्यंत समर्थकों की तरफ से इस बात पर नाराजगी जताई गई थी कि रैली के मंच पर लोकप्रिय सांसद दुष्यंत चौटाला की तस्वीर नहीं लगाई गई थी।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दुष्यंत चौटाला के नाम पार्टी के सभी पदों से मुक्त करने का यह नोटिस एक दिन पहले ही तैयार हो गया था। साथ ही दिग्विजय चौटाला के खिलाफ भी सीधी कार्रवाई की तैयारी थी। बाद में पार्टी की तरफ से संगठन में बदलाव और युवा इनेलो व इनसो को भंग करने के दो प्रेस नोटिस जारी कर दिए गए थे।