रोडवेज की हड़ताल से भटक रही जनता, सरकार की कार्रवाई का असर नहीं

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हरियाणा राेडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के कारण राज्‍य में परिवहन सेवा का बुरा हाल है। बसें नहीं चलने से लोग भटकने को मजबूर हैं। तीन दिनों से जारी रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल से लोग परेशान हो गए हैं। सबसे अधिक दिक्‍कत कामकाजी लोगों और विद्यार्थियों को हो रही है। हरियाणा सरकार द्वारा सख्‍ती किए जाने और प्राेबेशन वाले चालकाें और कंडक्‍टरों की सेवाएं समाप्‍त करने जैसे कदम उठाने का भी हड़ताली कर्मचारियों पर असर नहीं हुआ है। आज भी बसें नहीं चल रही हैं। कुछ जगहों पर बिना कंडक्‍टर के कुछ बसें चलाई गईं। सिरसा में पुलिसकर्मी भी बस चलाते देखे गए।

कर्मचारी किलोमीटर स्कीम के तहत 720 निजी बसों को कांट्रेक्‍ट पर चलाने का विरोध कर रहे हैं। सरकार और कर्मचारियों का टकराव उस समय और बढ़ गया जब सरकार ने प्रोबेशन व कांट्रेक्ट पर लगे करीब 172 चालक-परिचालकों को नौकरी से निकाल दिया। इस पर बिफरी रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने दो दिन की हड़ताल को और दो दिन बढ़ा दिया। हड़ताल से पिछले दो दिनों में सरकार को करीब दस करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।

हिसार, पानीपत, रोहतक, सिरसा, कैथल सहित पूरे राज्‍य में रोडवेज बसें बृहस्‍पतिवार को भी नहीं चल रही हैं। रोहतक में कई बसों को सुबह गिना कंडक्‍टर के ही निकाला गया। इसी तरह सिरसा में भी बिना कंडक्‍टर के कुछ बसों को चलाने की काेश्‍ािश की गई। यहां पुलिसकर्मियों से भी बसें चलवाने की कोशिश की गई। कई जगहों पर परमिट वाली निजी बस भी नहीं चल रही हैं। इससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई है। बताया जाता है कि अाज विभिन्‍न डिपो में हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाई जाएगी।

हड़ताल के पहले दिन मंगलवार को जहां परिवहन विभाग की ओर से 1507 बसें चलने के दावे किए जा रहे थे, बुधवार को यह आंकड़ा 782 पर सिमट गया। बृहस्‍पतिवार को यह आंकड़ा और घटने का अनुमान है। दूसरी ओर, परिवहन व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए परिवहन निदेशालय ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर अनुबंध पर 930 परिचालक और 500 चालक रखने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। तब तक प्रशिक्षु चालकों के अलावा दमकल विभाग व लोक निर्माण विभाग सहित दूसरे महकमों के चालकों की मदद से रोडवेज बसों को चलाया जाएगा। सक्षम पोर्टल पर पंजीकृत हेवी लाइसेंस वाले युवाओं की चालक के रूप में सेवाएं ली जाएंगी।

कई रूटों पर परिचालक नहीं होने के चलते फिलहाल लोगों को मुफ्त में ही गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है। विभिन्न मार्गों पर फ्लैट किराया निर्धारित कर पुलिस कर्मियों को टिकट काटने में लगाया गया है।

हड़ताल के पहले दिन से ही बगैर आधिकारिक सूचना दिए छुट्टी पर चल रहे पलवल के रोडवेज महाप्रबंधक लाजपत राय को परिवहन सचिव धनपत सिंह ने निलंबित करने का आदेश दिया है।