पंजाब के पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि पंजाब की शांति व सांप्रदायिक सांझ मेरे विश्वास का हिस्सा हैं। मैं उन लोगों की साजिशों या धमकियों से नहीं डरता, जो सिर्फ इसीलिए मेरी जान लेना चाहतें हैं, क्योंकि मेरी मौजूदगी उनकी पंजाब में दोबारा आग लगाने की इच्छा के रास्ते में रुकावट बनी हुई है। मुझे सुरक्षा कवच की जरूरत नहीं है।
उन्होंने यहां कहा कि ये ऐसे तत्व हैं, जिन्हें हमेशा से ही कांग्रेस का समर्थन रहा है और कांग्रेस के सत्ता में आने से ये दोबारा सरगर्म हो गए हैं। यह नापाक गठजोड़ सिखों को दोबारा से 1980 वाले उसी खूनी रास्ते की तरफ धकेलने पर तुला हुआ है, जिससे पंजाब और सिख आज तक भी पूरी तरह नही निकल पाए हैं।
उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि इस जानलेवा साजिश से सिखों और बाकी पंजाबियों को बचाने के लिए दी गई कोई भी कीमत बड़ी नही है। बादल ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से पेश की सुरक्षा कवच की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार को मुझे दी गई सुरक्षा कवच अगर ज्यादा लगता है, तो सरकार उसे वापस ले सकती है।
बादल ने कहा, मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि शांति व भाईचारक सांझ के लिए जान देने के लिए तैयार हूं। मुझे किसी सरकारी सुरक्षा की जरूरत नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से कहा कि अतिरिक्त सुरक्षा लेने की बात ही छोड़ो, आपसे आग्रह करता हूं कि मेरे पास मौजूदा सुरक्षा में से आप जितनी चाहो वापस ले लो।
बादल ने कहा कि मुझे सुरक्षा कवच की पेशकश करने जैसी चालें चलने की जगह मुख्यमंत्री को शांति व सांप्रदायिक सांझ को बचाने और राज्य को खतरनाक अराजकता की तरफ धकेले जाने से रोकने पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें पंजाब में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने वाले खतरनाक मजहबी खेलों को खेलना बंद कर देना चाहिए। गौरतलब है कि यूपी के शामली में पुलिस ने प्रकाश सिंह बादल को मारने वाली साजिश को नाकाम किया था। इस पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा कवच देने की प्रस्ताव दिया था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ को पंजाब के हवाले किए जाने तक यूटी में नई भर्ती, नियुक्तियां और तैनाती के लिए पंजाब की 60:40 अनुपात बहाल किए जाने की मांग स्वीकार करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह व केंद्र सरकार का धन्यवाद किया है। बादल ने इस संबंध में चंडीगढ़ प्रशासन को भारत सरकार के इस नोटिफिकेशन को जल्द अमल में लाने के लिए भी कहा है।