रैली मैदान चंडीगढ़ में चंडीगढ़ पुलिस पर कार्रवाई की मांग के लिए नेशनल होमगार्ड एसोसिएशन ने हरियाणा प्रदेश के होमगार्ड जवानों का अनिश्चितकालीन धरना की लिखित सूचना 18 मई 2018 को SSP चंडीगढ़ के कार्यालय को दिया था ।जिसका पुलिस के द्ववारा प्राप्ति नंबर 9808 और मोहर लगी है। 20 मई 2018 को रात्रि 11:30 बजे DSP CID चंडीगढ़ ने एक लिखित पत्र नंबर 7585 देकर बताया कि धरना की लिखित सूचना एसएसपी चंडीगढ़ कार्यालय को नहीं दी गई है। शहर मे 144 लगा होना बताया।शहर के अंदर भाजपा के मंत्री और सासंद और कांग्रेस के पवन
बंसल जो रैली कर रहे है। उनलोगो के लिए 144 नही है। यह दोहरी नीति चंडीगढ़-पुलिस की तानाशाही को दिखा रहा है। चंडीगढ़ पुलिस ने 27 अप्रैल 2018 को चंडीगढ़ सेक्टर 28 में हाथों में तिरंगा लिए होमगार्ड जवानो पर लाठीचार्ज किया था । और तिरंगा को हाथों से छीन कर गिराया गया था ।तिरंगे के अपमान तिरंगा लिए जवानों के साथ मारपीट करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई एवं 2015 में सर्वोच्च न्यायलय भारत के आदेश समान कार्य समान वेतन हरियाणा सरकार से लागू करवाने की मांग के लिए धरना आयोजित किया गया था। चंडीगढ़ पुलिस अपनी तानाशाही को छुपाने के लिए एक बड़ा गंदा खेल खेला है। आजाद भारत में गुलाम भारत की तानाशाही को दिखाने में चंडीगढ़ पुलिस सफल रही । नेशनल होमगार्ड एसोसिएशन के राष्ट्रीय चेयरमैन अविनाश सिंह शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार एवं चंडीगढ़ पुलिस प्रशासन ने मिलकर हरियाणा के 14025 होमगार्ड जवानों की आवाज को दबाने का प्रयास किया है। तिरंगे के अपमान किए जवानों पर कोई कार्रवाई नहीं कर के चंडीगढ़ पुलिस प्रशासन ने अपमान में अपनी सहमति को दर्शा दिया है। एसोसिएशन इस तानाशाही को बर्दाश्त नहीं करेगा । एसोसिएशन के महामंत्री कमल किशोर शर्मा ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस ने तिरंगे का अपमान करके राष्ट्रद्रोही रवैया दिखाया है। हरियाणा सरकार ने 2015 के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना करके सर्वोच्च न्यायालय का अपमान किया है ।बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारा देने वाली सरकार ने हरियाणा महिला होमगार्ड जवानों को गर्भवती अवस्था में मातृत्व अवकाश भत्ता न देकर उस बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे की धज्जियां उड़ाई है ।आगे की बैठक करके आगे की रणनीति तय की जाएगी ।और इस लड़ाई को तेज किया जाएगा।