बहादुरगढ़ में मजबूत हो रहा है चश्मा, राठी के बाद दलाल भी आए इनेलो में

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भारतीय जनता पार्टी को बहादुरगढ़ में एक और बड़ा झटका लगा है। भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य और किसान नेता रमेश दलाल ने भाजपा को अलविदा कहकर आज इनेलो का दामन थाम लिया है। आज नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने रमेश दलाल को पार्टी में आधिकारिक रूप से शामिल किया।

इंडियन नेशनल लोकदल से विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय चौटाला बहादुरगढ़ में आकर रमेश दलाल को इनेलो में शामिल किया है। इस मौके पर रमेश दलाल के लिए एक जनसभा का भी आयोजन किया गया है। रमेश दलाल ने बताया कि भाजपा ने प्रदेश को जात- पात में बांटने का काम किया है, जिससे प्रदेश का भाईचारा खराब हुआ है।

उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल और बसपा के गठबंधन से प्रदेश में भाईचारे का संदेश गया है और गठबंधन को मजबूत करने के लिए वो इनेलो में शामिल हो रहे हैं। रमेश दलाल ने साल 2000 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस की टिकट पर लड़ा था। साल 2009 में रमेश ने हरियाणा स्वतंत्र पार्टी का गठन किया और हस्पा के बैनर तले दो विधानसभा उपचुनाव भी अपने उम्मीदवारों को लड़वाया।नरेंद्र मोदी की लहर में रमेश दलाल ने 2014 में

हरियाणा स्वतंत्र पार्टी का विलय भाजपा में कर दिया। भाजपा ने उन्हें प्रदेश कार्यसमिति में सदस्य भी बना दिया, लेकिन टिकट उनके बजाय नरेश कौशिक को दे दिया। रमेश दलाल उसके बाद से ही भाजपा से किनारा कर गए थे।

पिछले तीन साल में तो उन्होंने भाजपा कि सदस्यता भी रिन्यू नही करवाई। रमेश दलाल ने भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले हुडा राज में भूमि अधिग्रहण का भी जमकर विरोध किया।

बहादुरगढ में बनने वाली साइबर सिटी भी रमेश दलाल के विरोध के कारण नहीं बन पाई थी। रमेश दलाल किसानों के लिए मुआवजा ज्यादा मांग रहे थे। बहरहाल रमेश दलाल के इनैलो में शामिल होने से बहादुरगढ में इनेलो और ज्यादा मजबूत हो गयी है।

इनेलो छोड़कर भाजपा में जाने वाले नफे सिंह राठी भी इनैलो में वापसी कर चुके हैं। वंही भाजपा को प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य पूर्व राजदूत आजाद तूर भी अलविदा कह चुके हैं। आजाद तूर अशोक तंवर की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। कुल मिलाकर भाजपा जंहा कमजोर हो रही है वंही इनैलो और कांग्रेस मजबूत होती दिख रही है।