यमुनानगर के डीएवी गर्ल्स कॉलेज में बीएससी की छात्रा द्वारा सुसाइड करने का मामला सामने आया है। छवि उर्फ निक्की ने हॉस्टल के रूम में फांसी का फंदा लगाकर मौत को गले लगा लिया। मृतक छात्रा एक सुसाइड नोट भी छोड़कर गई है, जिसमें मौत का कारण उसने पढ़ाई का डिप्रैशन बताया है।
छवि को अपने माता-पिता का सपना पूरा करना था। जिसके चलते उसने बीएससी में एडिमिशन लिया था। बीएससी कंप्यूटर साइंस का टफ सिलेबस वह क्लीयर नहीं कर पा रही थी और बार-बार फेल होने के चलते वह काफी परेशान थी। छवि की सहेली ने बताया कि वह बहुत परेशान थी और कहती थी कि मन करता है कि सुसाइड कर लूं।
छवि काफी सेमेस्टर की परीक्षाओं में फेल हो गई थी, वह माता-पिता के सपने और परीक्षा पास करने के डिप्रेशन में आ गई थी और आखिरकार उसने यह कदम उठा लिया।
सहेली ने बताया कि बुधवार को भी मैथ की परीक्षा थी और छवि का पेपर अच्छा नहीं हुआ था। कॉलेज से जाते हुए छवि ने कहा था कि बॉय-बॉय अब नहीं दूंगी पेपर। छठा सैमेस्टर नहीं करूंगी न कॉलेज आऊंगी। रात को छवि हमेशा फोन करती थी, लेकिन उसका फोन नहीं आया तो सहेली ने बार-बार किया लेकिन छवि ने नहीं उठाया। जिसके बाद उसने वॉर्डन को फोन किया, जब वॉर्डन ने रूम में जाकर देखा तो छवि फांसी का फंदा लगाकर लटकी हुई थी।
छवि ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि-
सॉरी मम्मी-डैडी। मैं ये बीएससी नहीं कर सकती। प्लीज मुझसे नहीं हो पाएगी। इसका इतना सारा प्रैशर मैं नहीं झेल सकती। मैंने बहुत सोचा, लेकिन इसके अलावा मेरे पास कोई सोल्यूशन नहीं था। मुझमें इतनी हिम्मत नहीं है कि मैं आपसे यह बोल सकूं कि मेरा एडमिशन कहीं और करवा दो। मैंने सच्ची में काफी कोशिश की। मैं अच्छी परसेंटेज बनाऊं। पर नहीं बनी। मम्मी इस बीएससी की वजह से मेरे ऊपर काफी प्रैशर है। आप लोगों ने मुझसे काफी उम्मीद लगाई हुई है। पर मेरी लाइफ बहुत खराब हो चुकी है। अब मुझे कहीं और जॉब नहीं मिलेगी और ऐसी जिन्दगी मैं जी नहीं सकती। इसलिए जा रही हूं। आप लोग अपना ख्याल रखना और रिंकू (भाई) का भी ध्यान रखना।