हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कि गुरुग्राम में ऑप्टीकल फाईबर नेटवर्क बिछाने के 75 करोड़ रुपये के दो प्रोजैक्ट अवार्ड हो चुके हैं, इंसीडेंट कमांड सैंटर खोलने के लिए 65 करोड़ रुपये का टैंडर हो चुका है, 60 करोड़ रुपये की अनुमानत लागत से सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए डीपीआर बन चुकी है, जो अगले महीने तक प्रस्तुत कर दी जाएगी। इस प्रकार की आधुनिक सुविधाएं जुटाकर हम गुरुग्राम को स्मार्ट नहीं, स्मार्टेस्ट सिटी बनाएंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यों के लिए अभी स्मार्ट सिटी घोषित किए गए करनाल तथा फरीदाबाद शहरों में तो योजनाएं ही बनाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री गुरुग्राम के सैक्टर-43 स्थित पॉवरग्रीड टॉउनशिप के एमपी हॉल में केंद्र की एनडीए सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित बुद्धिजीवी गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इस गोष्ठी में गुरुग्राम के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के अलावा, हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला, भाजपा की राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व सांसद सुधा यादव, भाजपा की प्रदेश सचिव गार्गी कक्कड़, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जैन व अमित आर्य, हरियाणा हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन जवाहर यादव, मेयर मधु आजाद तथा जिला के सभी विधायकगण उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी बनाने के लिए 500 करोड़ रुपये की राशि दी जाती है जबकि गुरुग्राम में तो अकेले नगर निगम के पास 2 हजार करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध है, इसलिए 500 करोड़ रुपये यहां पर ज्यादा मायने नहीं रखते। उन्होंने कहा कि हम गुरुग्राम को भारत की सिलिकॉन सिटी के रूप में विकसित करना चाहते हैं और इस दिशा में काम भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऑप्टीकल फाईबर नेटवर्क बिछाने के लिए गुरुग्राम में 75 करोड़ रुपये के दो आर्डर अवार्ड हो चुके हैं जबकि स्मार्ट सिटी घोषित करनाल तथा फरीदाबाद में अभी तक इस प्रकार के नेटवर्क के लिए योजनाएं ही बन रही हैं।
इसी प्रकार, गुरुग्राम में इंसीडेंट कमांड सैंटर स्थापित करने के लिए 65 करोड़ रुपये के टैंडर खोले गए हैं। इस सैंटर से यहां पर कानून व्यवस्था पर नजर रखी जा सकेगी। इस प्रकार की व्यवस्था अभी करनाल तथा फरीदाबाद में विचाराधीन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां गुरुग्राम में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए विस्तरित परियोजना रिपोर्ट बन चुकी है जो 15 जून तक प्रस्तुत कर दी जाएगी। ये कैमरे लगाने पर लगभग 60 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
मुख्यमंत्री ने फिर कहा कि विकास के चार पैमाने माने जाते हैं जिनमें इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार, व्यवस्था परिवर्तन, खुशहाल समाज तथा समाज का दिशा परिवर्तन अर्थात् सामाजिक चेतना जागृत करना शामिल हैं। इनके अलावा, अब 5वां पैमाना ‘समाज कैसे खुश रहे’ अर्थात् कुछ शहरों ने अब हैपिनेस इंडेक्स मापना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि अपने तनाव को खत्म करो और खुश रहो। इसीलिए सण्डे मानी फन-डे बनाने के लिए रविवार को राहगिरी कार्यक्रम शुरू किया गया है। फन-डे की भी उन्होंने व्याख्या करते हुए कहा कि ‘फ’ यानि फरगेट अर्थात् आपके साथ किसी ने बुरा किया तो उसे भूल जाएं। ‘यू’ यानि अनटाई यूअर सैल्फ अर्थात् अपनी शक्ति को पहचानो तथा ‘एन’ यानि नो क्रिटिसिज्म, नो नेगेटिविटी, ओनली पॉजीटिविटी। श्री मनोहर लाल ने उपस्थित लोगों से कहा कि खुश रहना सीखो, यह संदेश गुरुग्राम को दें ताकि यह शहर सही मायने में विकसित शहर और एक स्मार्टेस्ट सिटी बन सके।