पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर पंजाब की सियासत एक बार फिर गर्मा गई है। मोहाली में कई जगहों पर उनके खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं। इससे सनसनी फैल गई है। पोस्टरों में सिद्धू से सवाल किए गए हैं कि इस्तीफा कब दोगे और राजनीति कब छोड़ रहे हो। सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा अपना विभाग बदले जाने के बाद से नया कार्यभार नहीं संभाला है।
सिद्धू के खिलाफ मोहाली और आसपास के जगहों पर सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर लगाने वालों ने सिद्धू से पूछा है कि वह इस्तीफा कब दे रहे हैं। सिद्धू के खिलाफ पोस्टर लगाए जाने की सूचना मिलते ही हरकत में आए नगर निगम ने पोस्टर उतरवाने शुरू कर दिए।
पुलिस प्रशासन यह पता लगाने में जुटा है कि आखिर इन पोस्टरों के पीछे किसका हाथ है। मोहाली के फेज तीन में पेट्रोल पंप के पास कुछ लोगों ने शुक्रवार सुबह खाली पड़े बोर्डों पर पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के विरूद्ध पोस्टर लगे देखे। अंग्रेजी तथा पंजाबी भाषा में लगे इन पोस्टरों पर नवजोत सिंह सिद्धू की भाषण देते हुए एक फोटो लगाई गई है।
इन पोस्टरों में सिद्धू द्वारा हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान अमेठी में चुनावी जनसभा के दौरान दिए गए बयान का हवाला दिया गया है। बता दें कि सिद्धू ने वहां कहा था, यदि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी से हार गए तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।’ राहुल गांधी के स्मृति ईरानी से चुनाव हार जाने के बाद सिद्धू निशाने पर आ गए थे। पहले नेताओं ने बयानों से सिद्धू पर निशाना साधा, लेकिन अब पोस्टरों से उन पर हमला किया गया है। पोस्टरों में पूछा गया है कि ‘आप राजनीति कब छोड़ रहे हैं। समय आ गया है कि आप अपने किए हुए ऐलान को पूरा करें। हम आपके इस्तीफा का इंतजार कर रहे हैं।’
नवजोत सिंह सिद्धू पिछले कई दिनों से पंजाब की राजनीतिक परिदृश्य से गायब चल रहे हैं। सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह में लंबे समय से आपसी खींतचान चल रही है। जिसका पटाक्षेप लोकसभा चुनाव के दौरान हो गया था। इसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने मंत्रियों के विभागों में फेरबदल कर दिया।
फेरबदल के बाद नवजोत सिंह सिद्धू से स्थानीय निकाय विभाग वापस लेकर उन्हें बिजली मंत्रालय का जिम्मा सौंप दिया गया। नाराज सिद्धू ने आजतक अपने नए मंत्रालय का कार्यभार नहीं संभाला है। यही नहीं सिद्धू राहुल गांधी व प्रियंका गांधी से भी मुलाकात कर चुके हैं लेकिन चंडीगढ़ सचिवालय में अपने कार्यालय नहीं आए हैं। ऐसे में इन पोस्टरों ने सिद्धू के विरूद्ध चल रही चर्चाओं को हवा दे दी है।