आज़ादी का अमृत महोत्सव” के अंतर्गत कठुआ जनपद में शिक्षा विभाग द्वारा “देश _ भक्ति गीत” लिखने की प्रतियोगिता का आयोजन

641

भक्ति जैसी भी हो अपने आप में अनूठी होती है। यदि इसमें देश प्रेम का रस मिश्रित हो जाए तो क्या कहने! ऐसी ही भावना को लेकर आज कठुआ जनपद में शिक्षा विभाग द्वारा “देश भक्ति गीत” लिखने की प्रतियोगिता करवाई गई। शिक्षकों और विद्यार्थियों ने पूर्ण उत्साह के साथ इसमें भाग लिया।
भारत सरकार की ओर से “आज़ादी का अमृत महोत्सव” में कई क्रिया कलाप भिन्न मंत्रालयों की और से करवाए जा रहें हैं साथ ही इनकी चर्चा ’ मन की बात’ में माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा भी की गई है।
शिक्षा निदेशालय, जम्मू भी इन गतिविधियों को पूर्ण उत्साह से करवा रहा है। कठुआ जनपद के कार्यक्रम भी सम्माननीय मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री पी. एल. थापा जी के निर्देशानुसार करवाए जा रहें हैं। प्रमुखत: विद्यालयों की इसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है क्योंकि बच्चे ही देश के भावी कर्णधार होतें हैं।यदि प्रारंभ से ही इनमें देश प्रेम की भावना भर दी जाए तो वे देश को चरम शिखर तक पहुंचाने का संकल्प भी ले लेते हैं।
इसी उद्देश्य को लेकर कठुआ जनपद के भिन्न क्षेत्रों के विद्यालयों में यह प्रतियोगिता करवाई गई।वैसे भी ’ आधुनिक शिक्षा नीति’ विद्यार्थियों के चहुं मुखी विकास पर बल देती है । विद्यालयों के प्राचार्यों और मुख्याध्यापकों ने सभी विजेताओं को पुरस्कृत किया और सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार भी वितरित किए।
इस अवसर पर विद्यार्थियों को प्रेरणात्मक संदेश भी शिक्षकों,आमंत्रित अतिथियों और प्राचार्यों द्वारा दिए गए।इस बात पर भी बल दिया गया कि विद्यार्थी किस प्रकार सांस्कृतिक गतिविधियों और शैक्षणिक क्रिया कलापों में सामंजस्य ला सकते हैं। विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की भी कामना की गई।