कोरोना महामारी की त्रासदी ने पूरे विश्व को झकझोर कर रख दिया है और हमारे समाज का प्रत्येक पक्ष इससे बुरी तरह प्रभावित हुआ है। शिक्षा विभाग की बात की जाए तो विद्यार्थी सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। लगभग २ वर्षों से शिक्षा अपने पुराने रूप को खोज रही है। हालांकि डिजिटल ढंग से कार्य बहुत हो रहा है परंतु फिर भी वह रंग नहीं निखर पा रहा जो निखरना चाहिए।
भारत सरकार द्वारा छेड़े गए टीकाकरण अभियान जो तीन चरणों में संपन्न कराया गया ,६०वर्ष से अधिक फिर ४५ वर्ष से अधिक और तृतीय चरण में १८ वर्ष से अधिक लोगों को टीकाकरण जो पूरी तरह सफल भी हुआ।
२५ दिसंबर २०२२ को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा १५ वर्ष से १८ वर्ष तक की आयु वाले बच्चों हेतु टीकाकरण की घोषणा की गई जो व्यवहारिक रूप से ३ जनवरी २०२२ को आरंभ भी हो गया।
जनपद कठुआ में भी विभिन्न विद्यालयों में यह अभियान चलाया जा रहा है ताकि शीघ्रता शीघ्र विद्यालयों में औपचारिक शिक्षा आरंभ हो सके। टीकाकरण अभियान के संबंध में और तत्परता लाने हेतु आज जनपद संसाधन केंद्र (डीआर सी )कठुआ की ओर से एक ज़ूम बैठक का आयोजन किया गया जिसमें कठुआ जनपद के मुख्य शिक्षा अधिकारी माननीय श्री पी.एल. थापा जी भी उपस्थित थे और कठुआ जनपद के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं मुख्य अध्यापक,सभी क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारी (जेड ई ओ) भी उपस्थित थे ।बैठक का संचालन डीआरजी श्री पावन विवेक जी ने किया और श्री दीपक शर्मा जी ने तकनीकी सहयोग प्रदान किया।इस बैठक की अध्यक्षता माननीय मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री पी. एल. थापा जी ने स्वयं की। ज़ूम बैठक में माननीय मुख्य शिक्षा अधिकारी जी ने बहुत ही विस्तार और प्रभावी ढंग से सभी से टीकाकरण अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने पर बल दिया। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन भी इसमें पूरा सहयोग कर रहा है। जो लक्ष्य रखा गया था उसे हम कैसे और कितनी शीघ्र प्राप्त कर सकते हैं, उसकी पूरी प्रक्रिया भी माननीय महोदय जी ने बताई। माननीय मुख्य शिक्षा अधिकारी जी ने अच्छा कार्य कर रहे प्राचार्यों और मुख्य अध्यापकों की प्रशंसा भी की तथा जो विद्यालय चाहे वे सरकारी हों या निजी हों और इस अभियान के लक्ष्य से दूर हैं उन्हें भी सफलता का मंत्र प्रदान किया। उन्होंने यह भी समझाया कि कैसे हम चिकित्सा विभाग के साथ एक सामंजस्य बिठाकर और विद्यालय स्तर पर कमेटी बनाकर टीकाकरण से वंचित रहे विद्यार्थियों को प्रेरित कर इस अभियान का अंग बना सकते हैं। बैठक में शिक्षाविदों द्वारा उठाए गए प्रश्नों और संशयों को भी बहुत ही संयम के साथ माननीय मुख्य शिक्षा अधिकारी जी ने दूर किया। उन्होंने बताया कि अब जिन विद्यार्थियों की जन्म तिथि ३१ दिसंबर २००७ के पहले है उन सब को इस अभियान से जोड़ना नितांत आवश्यक है।
यह बैठक बहुत ही सफल रही। सभी प्राचार्यों और मुख्य अध्यापकों तथा क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारियों ने टीकाकरण अभियान को सफल बनाने का पूर्ण आश्वासन भी दिया।