चंडीगढ़: चंडीगढ़ के संचित रैना ने अपनी मेहनत और समर्पण से राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) पुणे और भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) देहरादून में कड़ा प्रशिक्षण पूरा किया। jरैनी ने चंडीगढ़ सेक्टर 26 सेंट जॉन्स स्कूल से पढ़ाई की है।
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संचित रैना ने एनडीए में तीन साल का कठिन प्रशिक्षण लिया और फिर आईएमए में 459 कैडेटों के बीच एक साल का प्रशिक्षण सफलता पूर्वक पूरा किया। इसके बाद, उन्हें भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में स्थायी रूप से नियुक्त किया गया है, जिससे उनका और उनके परिवार का सपना साकार हुआ। दिसंबर 2024 को चंडीगढ़ के संचित रैना ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में किया शहर का नाम रोशनआईएमए देहरादून में आयोजित पासिंग आउट परेड के दौरान संचित रैना को नेपाल के सेना प्रमुख के नेतृत्व में सम्मानित किया गया।
यह परेड भारतीय सेना के लिए एक ऐतिहासिक पल था और संचित रैना के जीवन में एक नई शुरुआत का प्रतीक बनकर उभरी। उनकी कड़ी मेहनत, संघर्ष, और परिश्रम ने उन्हें इस उच्चतम सम्मान तक पहुंचाया है।संचित के माता-पिता, राकेश रैना और रैनू धर, अपनी सफलता पर गर्व महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उनका बेटा अब देश की रक्षा के लिए एक जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार है। यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए गर्व का विषय है, बल्कि चंडीगढ़ और पूरे पंजाब के लिए भी एक सम्मान की बात है।संचित रैना की सफलता युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है, जो यह सिद्ध करती है कि कठिनाईयों का सामना करते हुए भी कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उनके परिवार और चंडीगढ़ के नागरिक उनकी सफलता पर गर्व महसूस कर रहे हैं और उन्हें भारतीय सेना में उनके भविष्य के कार्यों के लिए शुभकामनाएं भेज रहे हैं।