वैलेंटाइन डे को शहीदी दिवस के रूप में मनाए युवा पीढ़ी रविंदर सिंह

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पश्चिमी सभ्यता में रंगी देश की युवा पीढ़ी द्वारा वैलेंटाइन दिवस बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाने लगा है। जोकि हमारी सभ्यता और संस्कृति के बिल्कुल विपरीत है। आज से ठीक 06 वर्ष पहले 14 फरवरी 2019 को पुलवामा अटैक में सी आर पी एफ के 42 फौजियों के शहीद होने की आज 6वीं वर्षगांठ है। जिसे ब्लैक डे माना गया था। इस खबर को सुन सभी देशवासी स्तब्ध रह गए थे। इस लिए सभी देशवासियों खासकर युवाओं को आज के दिवस को शहीदी दिवस के रूप में मनाना चाहिए। सभी देशवासियों को चाहिए कि वो शहीद हुए वीर जवानों की स्मृति में अपने घर की दीवार या मुंडेर पर एक कैंडल या दीया जरूर जलाएं, यही हमारी उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। यह कहना है, ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के चेयरमैन रविंदर सिंह बिल्ला का।

*ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन और पंजाब यूनिवर्सिटी की एन सी सी गर्ल्स कैडेट्स, मार्किट वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर 24 और चंडीगढ़ व्यापार मंडल के आपसी सहयोग से आज वैलेंटाइन दिवस को न मना कर देश के सच्चे सपूतों और देश की आन बान और शान की खातिर अपनी जान न्योछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर चंडीगढ़ नगर निगम की मेयर हरप्रीत कौर बबला, सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह बंटी सहित चंडीगढ़ व्यापार मंडल से अनिल वोहरा, रजत मलहोत्रा, पी एस सोढ़ी और पंजाब यूनिवर्सिटी से एन सी सी गर्ल्स इंचार्ज डॉक्टर श्वेता राणा व सेन्टर फ़ॉर सोशल वर्क की चेयरपर्सन प्रोफेसर मोनिका भी उपस्थित थे। इन सभी और अन्य लोगों के द्वारा शहीदों को नमन कर कैंडल जला कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके डॉन बोस्को स्कूल सेक्टर 24 के छोटे छोटे बच्चों को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था।