किसान नेता काका कोटड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि एमएसपी गारंटी कानून को लागू करवाने के लिए किसान संगठनों का संघर्ष जारी है। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों के साथ गहन चर्चा हुई है, जिसमें किसानों की मांगों पर सहमति बनी है।
काका कोटड़ा ने कहा कि किसान नेता डालेवाल साहब का मरणव्रत 112 दिनों से जारी है, लेकिन केंद्र सरकार इसे केवल पंजाब का आंदोलन बताकर नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने बताया कि 15 मार्च को कर्नाटक में और 16 मार्च को तमिलनाडु में कन्वेंशन आयोजित किए गए, जिनमें स्थानीय किसानों ने एमएसपी कानून की मांग का समर्थन किया। तमिलनाडु के कार्यक्रम में महिला किसानों और बच्चों ने भी भाग लिया।
किसानों ने दाल-मसाले बोर्ड के गठन और चाय एवं नारियल किसानों को उचित मूल्य देने की मांग रखी। नारियल किसानों का कहना है कि उनकी उपज मात्र ₹12 प्रति पीस के हिसाब से खरीदी जा रही है, जिससे उन्हें भारी नुकसान हो रहा है।
आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए 21 मार्च को राजस्थान के श्रीगंगानगर और 22 मार्च को हरियाणा के फतेहाबाद में कन्वेंशन होंगे। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि बॉर्डर बंद होने के कारण किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने पंजाब और हरियाणा सरकार से सड़कों के निर्माण की मांग भी रखी है।
उन्होंने कहा कि 21 मार्च को पंजाब-हरियाणा के क्षेत्रीय विधायकों को मांग पत्र सौंपा जाएगा और अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
23 मार्च को शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
अभिमन्यु कोहड़ ने कहा कि केंद्र सरकार अमेरिका के दबाव में आकर इंपोर्ट ड्यूटी कम करने की योजना बना रही है, जिससे भारतीय किसानों को बड़ा नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि सरकार को इस फैसले का विरोध करना चाहिए ताकि देश के किसानों को नुकसान न हो।
अमरजीत सिंह मोडी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के खिलाफ नीतियां बना रही है, जिसे लेकर बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा।
हरदो झंडे ने पंजाब सरकार से मांग की कि आगामी बजट में किसानों की लंबित मांगों को पूरा करने के लिए फंड बढ़ाया जाए। किसान नेता लोंगोवाल ने कहा कि पंजाब में बिना मुआवजे के किसानों की जमीनें सड़कों के लिए जब्त की जा रही हैं, जो सरासर अन्याय है। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें जल्द पूरी न की गईं तो वे आंदोलन तेज करेंगे।