मोहब्बत की निशानी ताजमहल को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है. अदालत ने कहा है कि ताज महल दुनिया के 7 अजूबों में से एक है और इसमें नमाज नहीं पढ़ी जानी चाहिए. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को ऐतिहासिक माना जा रहा है. बता दें कि ताज महल परिसर में एक मस्जिद है जहां रोज नमाज पढ़ी जाती हैं.
बहरहाल, अदालत ने कहा है कि 7 अजूबों में से एक ताज में नमाज अदा नहीं की जानी चाहिए. मुसलमान समुदाय के लोग कई और भी नमाज अदा कर सकते हैं.