कर्नाटक में कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार चला रहे मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का एक बार दर्द छलकता दिखा. कुमारस्वामी ने शनिवार को एक जनसभा के दौरान कहा कि वह ‘गठबंधन की सरकार’ का दर्द झेल रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘आप मुझे शुभकामनाएं देने के लिए गुलदस्ते लेकर आए हैं, आपका एक भाई सीएम हो गया और आप सभी लोग खुश हैं, लेकिन मैं नहीं. मैं गठबंधन की सरकार के दर्द जानता हूं. मैं विषकांत हो गया हूं और इस सरकार का विष पी रहा हूं.’
कुमारस्वामी ने कहा, ‘चुनाव प्रचार के दौरान लोग उन्हें सुनने आए, लेकिन जब वोट देने की बारी आई तो पार्टी के उम्मीदवारों को भूल गए जो उनका दुर्भाग्य रहा.’ कुमारस्वामी ने कहा, ‘ईश्वर ने मुझे सीएम बनाया है. वही तय करेंगे कि मुझे कितने दिन इस पद पर रहना है.’ कुमारस्वामी ने कहा कि उनका सपना था कि वह अपने पिता देवेगौड़ा के अधूरे कामों को पूरा करें. विधानसभा चुनावों में जो परिणाम आए उससे लगा कि लोगों को मुझ पर विश्वास नहीं था.
वहीं कांग्रेस-जेडीएस सरकार के पहले बजट में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी, जिन्होंने वित्त विभाग का प्रभार अपने पास रखा है, ने पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों में प्रति लीटर क्रमश: 1.14 रुपये और 1.12 रुपये की बढ़ोतरी का प्रस्ताव किया था. किसानों की कर्ज माफी की घोषणा के बाद संसाधन जुटाने के प्रयासों के तहत सरकार ने यह प्रस्ताव किया था. किसानों की कर्ज माफी से राज्य सरकार के खजाने पर 34,000 करोड़ रुपये का भार पड़ेगा.