पलवल के बांसवा गांव में उपायुक्त ने एक तुगलकी फरमान जारी किया है. उपायुक्त का ये बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. दरअसल एक किसान के पराली जलाने पर डीसी साहब ने पूरे गांव की बिजली-पानी काटने के आदेश दे दिए.
उपायुक्त के इस फैसले से नाराज ग्रामीणों ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की और फिर ग्रामीणों को बिजली-पानी बहाल की गई. वहीं जिला उपायुक्त के इस तुगलकी फरमान पर पलवल से कांग्रेस के विधायक करण सिंह दलाल ने हैरानी जताई और अफसरशाही पर सरकार को निशाने पर लिया.
वहीं इस मामले को लेकर जब हमने पलवल के जिला उपायुक्त मनीराम शर्मा से बात करनी चाही तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से मना कर दिया. उन्होंने बस इतना कहा कि ग्रामीणों की ओर से पराली जलाने को भी कहीं से जायज नहीं ठहराया जा सकता.
बता दें कि धान की फसल निकालने के बाद किसान इसकी पराली को आग के हवाले कर देते हैं. आग से मिट्टी के पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं और उर्वरा शक्ति क्षीण हो जाती है. साथ ही लाभकारी कीट भी नष्ट हो जाते है. धीरे-धीरे धरा बंजर हो जाती है. इसके साथ ही वातावरण पर भी इसके बुरे प्रभाव पड़ते हैं. इससे वायु दूषित हो जाती है और लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत होती है.