3 साल की मासूम का कातिल बना पिता, नहर में डुबोकर मार डाला…सौतेली थी नहीं अपना सका

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एक शख्स अपनी तीन साल की बेटी का कातिल बन गया, उसने उसे नहर में डुबोकर मार डाला। बताया जा रहा है कि बच्ची सौतेली बेटी थी, वह अपना नहीं सका। घटना हरियाणा के सोनीपत की है। गन्नौर के बड़ी गांव में किराए पर रहे व्यक्ति ने अपनी सौतेली बेटी को नहर में डुबाकर मौत के घाट उतार दिया। तीन वर्षीय मासूम की हत्या करने के बाद आरोपी ने खुद ही पुलिस के पास जाकर बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। लेकिन पुलिस को जांच के दौरान बाप पर शक हुआ तो उसे पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया।

पूछताछ के दौरान उस ने कबूल किया कि उसकी सौतेली बेटी होने की वजह से उसने बच्ची को पानीपत के बिंझोल गांव के निकट नहर में डुबा दिया। फिलहाल पुलिस को बच्ची का शव नहीं मिला है, पुलिस शव को ढूंढने के लिए प्रयास कर रही है। पुलिस आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी। मूलरूप से बिहार के खाड़ी टोला, जिला किशनगंज का रहने वाला मुशर्रफ अपनी पत्नी व 7 वर्षीय पुत्र व 3 वर्षीय सौतेली बेटी फरीदा के साथ बडी गांव में किराए पर रहता है। मुशर्रफ व उसकी पत्नी बड़ी औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्टरी में नौकरी करते हैं।

मुशर्रफ की पत्नी सेफुनिसा ने बताया कि उसका निकाह वर्ष 2009 में हुआ था। उन्हें एक बेटा हुआ। लेकिन कुछ साल बाद ही उन दोनों के बीच झगड़ा रहने लगा। जिस वजह से उसने मुशर्रफ का घर छोड़ दिया। उस पर तलाक का मामला दर्ज करवा दिया। इस दौरान उसने रशिद नाम के युवक के साथ निकाह कर लिया। वह उससे गर्भवती हो गई। लेकिन निकाह के चार माह बाद ही वह रशिद से भी अलग हो गई। जिसके बाद उसने अपने मायके में जाकर बेटी फरीदा को जन्म दिया। इस बीच मुशर्रफ उसके घर आया और समझौता कर वापस उसे अपने साथ लौटने के लिए कहने लगा और उसकी बेटी को भी अपनाने के लिए तैयार हो गया। जिस पर वह मुशर्रफ के साथ वापस उसके साथ बड़ी गांव में आकर रहने लगी।

उसने बताया कि फिलहाल वह और उसका पति बड़ी में किराए पर रहकर फैक्टरी में नौकरी करते हैं। सेफुनिसा ने बताया कि मुशर्रफ उस पर फरीदा को वापस उसके सगे बाप के पास भेजने के लिए दबाव भी बनाता था। 8 अक्तूबर को उसकी बेटी गायब हो गई। उस दिन उसका पति घर पर ही था और वह ड्यूटी पर गई हुई थी। मुशर्रफ ने उस दिन बीमार होने की बात कही थी। बाद में जब घर आई तो बेटी के बारे में पूछा तो उसने जानकारी होने से मना कर दिया था। 10 अक्तूबर को मुशर्रफ ने राजलू गढ़ी पुलिस चौकी में फरीदा के गुम होने की शिकायत दी थी। जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने शक के आधार पर पूछताछ के लिए मुशर्रफ को हिरासत में ले लिया।

मामले में सीआईए-2 प्रभारी अजय धनखड़ की टीम ने जांच की तो मुशर्रफ से भी पूछताछ की गई। उसने बताया कि बड़ी के पास रजवाहे के पास से उसकी बेटी गायब हुई है। उसके बातों पर पुलिस को शक हो गया। पुलिस ने जब उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। मुशर्रफ ने पुलिस को बताया कि फरीदा उसकी अपनी बेटी नहीं थी। जिसके चलते वह उसे अपना नहीं पा रहा था। उसने फरीदा को पानीपत के बिंझोल के पास नहर पर ले जाकर डूबा कर मार दिया था। शव नहर में ही फेंक दिया था।

पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि छह साल पहले ही मुशर्रफ अपने परिवार के साथ पानीपत से बड़ी आया था। इससे पहले वह पानीपत में किराए पर रहता था। जिसके चलते उसे पानीपत क्षेत्र की अच्छी खासी जानकारी थी। इसी को लेकर वह अपनी सौतेली बेटी को लेकर पानीपत गया और नहर में डूबा कर हत्या कर दी थी।

 गन्नौर थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि पुलिस टीम बच्ची के शव की तलाश को प्रयास कर रही है। इसके लिए पानीपत में तलाशी अभियान चलाया गया है। शव की तलाश को गोताखोरों की भी मदद ली जा रही है।

तीन साल की मासूम बच्ची के लापता होने की शिकायत की जांच मेरे पास आई थी। जांच में जब बच्ची के पिता से पूछताछ की तो उसके शब्दों में कई विरोधाभास थे। जब उसे शक के आधार पर हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बेटी की नहर में डूबाकर हत्या करने की बात कही है। बच्ची के शव का पता लगाया जा रहा है। जल्द मामले से पूरी तरह पर्दा उठाया जाएगा।