हरियाणा के इतिहास में खट्टर सबसे फ़ेल सीएम – सुरजेवाला

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असन्ध, 01 दिसम्बर 2018: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया इंचार्ज व पार्टी की केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री खट्टर पर जोड़ी को देश के इतिहास में सबसे बड़े किसान विरोधी क़रार दिया है। यहां असन्ध की अनाज मण्डी में एडवोकेट यशपाल राणा सालवन द्वारा आयोजित बदलाव रैली में जनसभा में उमड़ी भारी भीड़ के बीच सुरजेवाला ने खट्टर और मोदी सरकार को गुरु चेले की जोड़ी व झूठों का सरदार होने का आरोप लगाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि आज पूरे हरियाण प्रांत और पूरे देश के अंदर पीठ और पेट एक करके मिट्टी से सोना पैदा करने वाला किसान व उसके साथ काम करने वाला मजदूर पीडि़त, व्यथित और आंदोलित है। उन्होंने कहा कि जब केन्द्र में भाजपा की सरकार नहीं बनी थी तो नरेन्द्र मोदी ने कुरूक्षेत्र में एक जलसे के दौरान किसानों को वायदा किया था कि भाजपा की सरकार आने पर उनको फसल लागत का 50 फीसदी मुनाफा दिया जाएगा। जब सरकार बनी तो मोदी व खट्टर सरकार ने इस वायदे को भूलाकर किसानों की पीठ पर खंजर घोपने का काम किया। उन्होंने कहा कि यहां तक ही नहीं केन्द्र सरकार ने 22 फरवरी 2015 को सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा था कि वह किसानों को 50 फीसदी मुनाफा नहीं दे सकते। इससे बाजार भाव बिगड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी खट्टर के चार साल में किसानों को बेहाल कर दिया गया है। मोदी और खट्टर सरकार द्वारा इससे बड़ा अन्याय किसान के साथ क्या हो सकता है कि आज भाजपा के शासन में पीआर धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य 1785 रु प्रति क्विंटल होने पर भी 1600 रु प्रति क्विंटल तक पीटी। 1121 किस्म की धान 2300 रु प्रति क्विंटल और 1509 किस्म की धान 3000-3200 रु प्रति क्विंटल तक पीटी लेकिन यही 1509 व 1121 किस्म की धान कांग्रेस के शासन में 5500 रु प्रति क्विंटल तक बिकी। कांग्रेस के शासन में बासमती धान 6000 से 6500 रु प्रति क्विंटल तक बिकी लेकिन यही बासमती आज भाजपा के शासन में 3500-4000 रु प्रति क्विंटल तक पीट रही है।

सुरजेवाला ने कहा कि हर साल किसान 90 लाख टन खाद खरीदता है। कांग्रेस के राज में डीएपी का जो कट्टा 1075 रु में आता था आज वही कट्टा भाजपा सरकार ने उनके 52 महीने के शासनकाल में 375रु की बढ़ोत्तरी करते हुए 1450 रु तक कर दिए। पोटाश की कीमत कांग्रेस राज में 450 रु थी वही आज भाजपा सरकार में 519 रु की बढ़ोत्तरी के साथ 969रु की जा चुकी है। कांग्रेस राज में सुपर खाद की कीमत 260 रु थी लेकिन आज वाही भाजपा सरकार में 50 रु की बढ़ोत्तरी के साथ 310 रु की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त यूरिया के कट्टे का वजन 50 किलो से घटाकर 45 किलो बढ़ाते हुए रेट में बढ़ोत्तरी कर दी व इसके साथ ही बीज, बिजली, सिंचाई के साधनों के रेट बढ़ा दिए।

भाजपा पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब किसी सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र पर टैक्स लगाया गया हो। भाजपा द्वारा ट्रैक्टर एवं अन्य सभी उपकरणों पर 12 प्रतिशत का जीएसटी टैक्स लगाया गया जबकि टायर, ट्यूब और ट्रांसमिशन पार्ट्स पर 18 प्रतिशत का जीएसटी टैक्स लगाया गया। कीटनाशक दवाइयों पर 18 प्रतिशत, खाद पर 5 प्रतिशत तथा कोल्ड स्टोरेज पर 12 प्रतिशत का जीएसटी लगा दिया गया है। किसानो के आलू को सुरक्षित रखने वाले कोल्ड स्टोरेज पर भी 12 प्रतिशत टैक्स लगाकर किसानों की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया गया है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को प्राइवेट मुनाफा कम्पनी व किसान शोषण योजना करार देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि किसान की फसल खराब होती है तो केन्द्र व खट्टर सरकार कहती है कि हमने फसल बीमा योजना लागू की है। इसकी सच्चाई किसी को नहीं बताई। इस सरकार ने खेती बाड़ी पर टैक्स लगाकर 18 हजार करोड़ रुपये एकत्रित कर लिए और किसानों को बीमा के रूप में केवल मात्र 5600 करोड़ रुपया दिया गया। 16 हजार करोड़ रुपये देश की 7 बीमा कंपनियों के खाते में चले गए, इनमें से कुछ कंपनियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चहेती कंपनियां हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना का नाम प्रधानमंत्री फसल बीमा नहीं, बल्कि प्राइवेट मुनाफा योजना व किसान शोषण योजना होना चाहिए था।

सुरजेवाला ने कहा कि आज भाजपा सरकार की तानाशाही रवैये के कारण प्रतिदिन 47 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। किसानों को सड़कों पर पीटा जाता है, जेलों में डाला जाता है। उन्होंने कहा कि मेरा सरकार से सवाल है कि जब देश के 15 उद्योगपतियों का 3 लाख 17 हजार करोड़ का कर्जा माफ कर दिया गया तो 62 करोड़ किसान मजदूरों का 2 लाख करोड़ रु क्यों नही माफ हो सकता। सुरजेवाला ने कहा कि जब कांग्रेस का शासन था तो कांग्रेस पार्टी ने इस देश के किसानों का 72 हजार करोड़ रु कर्जा माफ किया।

सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा ने पेट्रोल व डीज़ल पर भारी टैक्स लगाए, जिसके चलते डीज़ल व पेट्रोल आज भी उसी भाव में मिल रहा है, जब कच्चे तेल की कीमतें दोगुना हुआ करती थीं। सुरजेवाला ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि जब कांग्रेस का राज था तब डीजल पर 9.24 प्रतिशत और पेट्रोल पर 21.5 प्रतिशत वैट था लेकिन आज खट्टर सरकार ने डीजल पर 17.25 प्रतिशत और पेट्रोल पर 5 प्रतिशत की बढोत्तरी के साथ 26.25 प्रतिशत की बढोत्तरी करके इस प्रदेश के लोगों की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है। इसी प्रकार केंद्र की मोदी सरकार पेट्रोल और डीजल पर 11 बार एक्साईज डयूटी लगाकर इस देश की जनता से 12 लाख करोड़ रुपए और खट्टर सरकार 30 हजार करोड़ रुपए वसूल रही है। रसोई गैस के सिलेंडर 414 रु से 942 रु कर दिया और सब्सिडी रसोई गैस सिलेंडर 412 रु से 507.42 रु कर दिए गए। यही भाजपा व कांग्रेस की सोच का फर्क है। क्या इस तरह से ही देश व प्रदेश के किसानो का भला करेगी भाजपा सरकार? इसलिए बदलाव की जरूरत है।

सुरजेवाला ने कहा कि आज भाजपा सरकार की तानाशाही रवैये के कारण प्रतिदिन 46 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। रादौर, यमुनानगर, शाहबाद के किसानों का जिक्र करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि किसानो के आलू के 25 पैसे के भाव पर जब किसान खट्टर सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रकट करते हैं तो उस विरोध का जवाब खट्टर सरकार द्वारा उन्हें पुलिस की लाठियों और गोलियों से दिया जाता है। खट्टर सरकार ने इरादाएकत्ल के मुकद्दमे के 47 किसानों को जेल में बंद किया। ठीक इसी तरह जब दिल्ली के रामलीला मैदान में देश के किसान मोदी सरकार से अपना हक मांगने जाते हैं तो उन्हें लाठियों और गोलियों का सामना करना पड़ता है। ऐसा सब होते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन का बयान कि किसान नपुंसक हैं या इनका लव अफेयर है और हरियाणा के कृषि मंत्री धनखड़ कहते हैं कि सब कर्ज के बोझ के तले दबे हैं अकेले किसान नहीं।क्या इस तरह से ही देश व प्रदेश के किसानो का भला करेगी भाजपा सरकार? इसलिए बदलाव की जरूरत है।

प्रदेश की खट्टर सरकार पर बरसते हुए सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा सरकार युवा विरोधी है। रोजगार देने की बजाए युवाओं से रोजगार छीने जा रहे हैं। सुरजेवाला ने कहा कि चुनावों में हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वायदा भी भाजपा सरकार द्वारा हवा हवाई हो गया है। हरियाणा में एक युवक द्वारा खट्टर सरकार पर नौकरियों के मामले में आरटीआई द्वारा 10 हजार नौकरियां न देकर इस खट्टर सरकार का रोजगार मामले में युवा विरोधी चेहरे को बेनकाब हुआ है।

सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर और भाजपा सरकार एक तरफ तो भ्रष्टाचार को खत्म करने के झूठे दावे करती है, लेकिन दूसरी ओर प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला है और आम आदमी भ्रष्टाचार से त्रस्त है। उन्होंने कहा कि सरकार की कथनी और करनी में फर्क का पता इस बात से चलता है कि दो भाजपा नेताओं के बीच हुई बातचीत के वायरल हो जाने के पश्चात भी न कोई जांच हुई, न मुकदमा दर्ज हुआ और न ही कोई कार्रवाई हुई बल्कि इसके बावजूद भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों का सामना कर रहे भारत भूषण भारती को तीन साल के लिए स्टाफ सलेक्शन कमीशन के चेयरमैन के रूप में एक्सटेंशन दे दी गई, जबकि अन्य सदस्यों को एक साल की एक्सटेंशन दी गई। जनता यह साफ समझ रही है कि तथाकथित जांच केवल जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए की गई है और भारती की कारगुजारियों को भाजपा सरकार का पूरा समर्थन व संरक्षण प्राप्त है, जिसे कांग्रेस पार्टी व प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवा कतई स्वीकार नहीं करेंगे।

खट्टर सरकार पर करनाल से चुनाव न लड़ने का आरोप लगाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा के 51 वर्षों के इतिहास में मुख्यमंत्री खट्टर सबसे नाकाम व खटारा साबित हुए हैं। एक पहले मुख्यमंत्री जो अपनी विधानसभा करनाल में साढ़े चार साल में 11 रात्रि ठहराव भी नहीं किया। जब मुख्यमंत्री बने तो सबसे पहले नहर किनारे रेस्ट हाऊस पर कब्जा किया ठीक इसी तर्ज पर चलते हुए उनके ओएसडी ने एक अफसर के मकान पर कब्जा कर लिया। आज वो महाशय कहते हैं कि करनाल छोड़कर कहीं और से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वो हरियाणा के किसी भी कोने से चुनाव लड़ लें जनता उन्हें बैरंग ही लौटा देगी।

जब कांग्रेस का शासन था तब असन्ध के गांव चोचड़ा व चोरकारसा में 33केवी सब स्टेशन और मूंड व बला में 132 केवी सबस्टेशन बनवाया गया और फोरलेन सड़क मंजूर की गई थी लेकिन खट्टर ने जब सत्ता संभाली तो सबसे पहले फोरलेन सड़क को रद्द कर दिया। साढ़े चार सत्ता में होने पर मुनक से कुताना, असन्ध से राडा़ तक की सड़कों का बुराहाल और खस्ताहाल से हर कोई वाकिफ है। आज तक एक भी नई सड़क का निर्माण नहीं हो सका। सुरजेवाला ने कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने पर असन्ध की जनता से वायदा करते हुए कहा कि असन्ध से कोंड तक फोरलेन सड़क का निर्माण व 33 फूट की रिंग रोड़ को 120-180 दिन के अंदर तैयार करवाया जाऐगा। मंच पर मौजूद पूर्व विधायक के.एल.शर्मा ने इनैलो छोड़कर कांग्रेस मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला के नेतृत्व में कांग्रेस का दामन थामा।