राष्ट्रीय किसान महासंघ द्वारा बुलाई गई राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन सात राज्यों में जारी इस हड़ताल में कई जगहों पर प्रदर्शन के हो रहे हैं.
हड़ताल के पहले दिन किसानों ने सड़कों पर दूध बहाया तो किसी राज्य में सब्जियां रास्तों में ही फेंक दी. मंडियों में सब्जियाों की सप्लाई ठप होने से सब्जियों के रेट बढ़ गए हैं.
किसानों का यह आंदोलन सब्जियों के न्यूनतम मूल्य, समर्थन मूल्य आय समेत कई मुद्दों को लेकर किया जा रहा है. मंडीयो में सब्जियों के थोक रेट में भी काफी बढ़ोतरी देखी गई है.
हड़ताल के चलते पंजाब के में सब्जियों के मंडी तक ना पहुंचने से कीमतें बढ़ गई हैं. सब्जियों के रेट में भी इज़ाफ़ा हुआ हैं . वहीं पंजाब के अन्य शहरों में किसानों ने दस जून तक सब्जियों की सप्लाई रोक दी है.
किसानों ने आरोप लगाया कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के बारे सरकार बात ही नहीं कर रही है. साल 2006 में जो सिफारिशें स्वामीनाथन आयोग ने दी थी वो कांग्रेस सरकार ने स्वीकार कर ली थी.