हरियाणा के जिला गुरुग्राम के गांव भौंडसी तथा आस पास के क्षेत्रों में मोरो की मृत्यु व बीमार होने की घटना का संज्ञान लेते हुए उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने पशु पालन तथा वन्य प्राणी विभागों के अधिकारियों को इसकी जांच करने तथा अरावली के बैकयार्ड पोल्ट्री फार्मो में पक्षियों को ऐहतियात के तौर पर टीका लगाने के आदेश दिए थे। उपायुक्त के अनुसार पिछले दो दिनों में विभिन्न पोल्ट्री फार्मों मेें 24142 पक्षियों को बीमारी से बचाव के टीके लगाए गए हैं तथा बीमार पाए गए मोरों का उपचार किया जा रहा है।
अरावली में मोरो के बीमार होने तथा मृत्यु के बारे में समाचार पत्रों के माध्यम से पता लगने पर उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने उसी समय सघन पशुधन विकास परियोजना एवं डेयरी विभाग की उपनिदेशक को इसकी जांच करवाने के आदेश दिए थे। उसके बाद विभाग सक्रिय हुआ और गांव भौंडसी व आसपास के क्षेत्रों में बीमार मोरो के ईलाज व उपचार की कार्यवाही अमल में लाई गई। विभाग के आंकड़ो के अनुसार गांव भौंडसी व आसपास के क्षेत्र में 21 मोर मृत पाए गए तथा 72 मोर बीमार मिले।
उपायुक्त के आदेश पर मरे हुए मोरो का पोस्टमार्टम चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार से करवाया गया तथा विसरा रिपोर्ट अनुसार मोरो की मृत्यु का कारण हीट स्ट्रॉक बताया गया है। डाक्टरों के परामर्श से आसपास के कुंडो की सफाई करवाकर इलैक्ट्रोलाईट दवाई डलवा दी गई है। उपायुक्त ने बताया कि बीमार पाए गए मोरो का ईलाज करवाकर उन्हें पुन: जंगल में छोड़ दिया गया है। जिला के बंधवाड़ी, मांगर वन क्षेत्र, भौंडसी, दमदमा, रोजका गुज्जर, गैरतपुर बास, वजीराबाद आदि क्षेत्रों में पानी की कमी को दूर करने के लिए टैंकरों द्वारा गड्ढो तथा तालाबों में पानी डलवाया जा रहा है और कुछ स्थानों पर सीमेंट के फरमे पानी से भरवाकर भी रखवाए गए हैं। उन्होंने बताया कि मण्डलीय वन प्राणी विभाग द्वारा निरंतर पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग की टीमे गठित करके पूरे जिला की बैकयार्ड पोल्ट्री फाम्र्स में शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जा रहा है। पटौदी उपमण्डल में भी टीमे गठित करके बैकयार्ड पोल्ट्री फार्मों का निरीक्षण किया गया और वहां रखे सभी पक्षियों का वैक्सीनेशन ऐहतियात के तौर पर पूरा कर लिया गया है। बादशाहपुर क्षेत्र के लिए गठित टीम ने भी लगभग 90 प्रतिशत वैक्सीनेशन का कार्य पूरा कर लिया है। उपायुक्त ने बताया कि मोरो तथा पक्षियों में बीमारी को और फैलने से रोकने के लिए टीमे गठित कर रानीखेत वैक्सीनेशन कैंपेन चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों के अनुसार यह बीमारी एयर बोर्न वायरस के प्रकार की है जो पोल्ट्री के माध्यम से होती है परंतु यह घातक नही है अर्थात् यह पक्षियों से मनुष्य को नही लगती। उपायुक्त ने बताया कि भौंडसी शैल्टर में रखे गए 40 मोरो का राउंड दी क्लॉक उपचार किया जा रहा है और एंटी वायरस स्पे्र भी कर दिया गया है। जिला के सभी पोल्ट्री फार्मों का पशु पालन विभाग की टीम द्वारा निरीक्षण करके पक्षियों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। अधिकतर कॉमर्शियल पोल्ट्री फाम्र्स में पहले ही यह वैक्सीनेशन हो चुका है।