शिक्षा विभाग द्वारा जनपद कठुआ में “लोरी लेखन” प्रतियोगिता का आयोजन।

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सर्वविदित है कि भारत ” आज़ादी का अमृत महोत्सव” पूर्ण उमंग और उत्साह के साथ मना रहा है।
माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा जैसे कि संकेत दिया गया था कई गतिविधियां संचालित हुईं। उसी श्रेणी में आज एक दुर्लभ किंतु वात्सल्य से जुड़ी हुई प्रतियोगिता ” लोरी लेखन” की भी हुई।
भारत सरकार का सांस्कृतिक मंत्रालय भी इसी बात पर बल दे रहा है कि किस प्रकार आने वाले नागरिक शारीरिक, बौद्धिक, चारित्रिक और आत्मिक रूप से सुदृढ़ बनें।
स्कूल शिक्षा निदेशालय, जम्मू संभाग भी इसी पक्ष को आगे बढ़ा रहा है और हमारे सम्माननीय निदेशक श्री रविशंकर शर्मा जी के निर्देशानुसार जम्मू संभाग के भिन्न जनपदों में कई क्रिया कलाप करवाए जाते हैं।
आज की “लोरी लेखन” प्रतियोगिता का कार्यक्रम भी अपने आप में बड़ा ही अनुपम रहा।कलयुग में जिस तरह बच्चे नए परिवेश के चलते कहीं न कही संस्कार और चारित्रिक बल से दूर होते जा रहें हैं तो इस तरह के कार्यक्रम बच्चों के मन मस्तिष्क पर अवश्य ही अमिट छाप छोड़ते हैं।मांबाप का निःस्वार्थ प्रेम और बच्चों के लालन पालन में उनके अतुलनीय योगदान को सदैव स्मृति में रखना ही इसका प्रमुख उद्देश्य रहा। कठुआ जनपद के माननीय मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री पी. एल. थापा जी भी यही दिशा निर्देश समय_ समय पर सभी जोन के विद्यालयों, प्राचार्यों, मुख्याध्यापकों, जेड. ई. ओ, नोडल अधिकारियों सभी को देते भी रहते हैं।
विद्यालयों के प्राचार्यो और मुख्याध्यापकों ने भी इस प्रतियोगिता को अपनी सुविधानुसार ऑनलाइन और ऑफलाइन करवाया। उत्कृष्ट प्रदर्शन करनेवाले विद्यार्थियोको प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया। भविष्य में भी इसी तरह पूर्णौल्लास के साथ गतिविधियां करवाने का वचन दिया जिससे कि विद्यार्थी अपनी संस्कृति और संस्कारो से जुड़े रहें।