कला उत्सव २०२२–२३ का कठुआ में ज़िला स्तर पर आयोजन

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११ नवम्बर, २०२२
कठुआ।

“³3आयोजन स्कूल शिक्षा व साक्षरता विभाग एवं शिक्षा मंत्रालय (भारत सरकार) की ओर से समग्र शिक्षा के अंतर्गत ९वीं से १२वीं तक के विद्यार्थियों के मध्य करवाया जाता है ताकि उनके अंदर के कलाकार को और पुष्ट किया जा सके। यह उत्सव १० श्रेणियों में बालक तथा बालिकाओं का भिन्न-भिन्न करवाया जाता है। निदेशालय समग्र शिक्षा विभाग जम्मू व कश्मीर तथा निदेशालय स्कूल शिक्षा विभाग, जम्मू की ओर से कला उत्सव के आरंभ की औपचारिक घोषणा होने के बाद क्षेत्रीय स्तर से होते हुए आज ज़िला स्तर पर

कठुआ में भी इसका आयोजन एवम शुभारंभ माननीय मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री पी एल थापा जी के मार्गदर्शन में करवाया गया और इस जिलास्तरीय कार्यक्रम के मुख्यातिथि भी मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री पी एल थापा जी थे । साथ में ज़िला शिक्षा योजना अधिकारी श्री केवल कृष्ण जी, नव आदर्श विद्यालय (कठुआ) के प्राचार्य श्री ऋतिक प्रकाश सिंह जी , नव आदर्श विद्यालय के चेयरमैन श्री गंधर्व सिंह जी ने भी अतिथि की भूमिका निभाई और विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ाया।
माननीय मुख्यातिथि जी ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को शुभकामनाएं प्रदान की और उनके अंदर छिपी प्रतिभाओं को निखारने हेतु उनके साथ आए एस्कॉर्ट शिक्षकों को भी और अच्छा करने को प्रेरित किया।
(डी आर जी) पावन विवेक जी व (डी आई सी सी) मोनिका खोसला जी ने पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की तथा सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक इकाई (कठुआ) की पूरी टीम के साथ कला उत्सव का आरंभ हुआ। लगभग २ दिवस यानी ११ और १२ नवंबर,२०२२ तक इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है और विद्यार्थियों ने पहले दिन ही पूरे उत्साह के साथ भाग लिया जिसमें उन्होंने परंपरागत गायन शैली का प्रदर्शन किया, चित्रकला (द्वि आयामी एवं त्रिआयामी), भारतीय पारंपरिक खेल खिलौने, कला कौशल, वाद्य यंत्रों का प्रयोग आदि का भी सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया गया।
गायन एवं वाद्य यंत्रों की प्रतियोगिता हेतु संगीत के विशेषज्ञों को ही निर्णायक मंडल की भूमिका दी गई जिसमें श्री
सतीश कुमार जी, श्री मोहिंदर जी तथा श्री योगेश कांडले जी थे। इसके अतिरिक्त त्रि एवम द्वि आयामी कला कृति तथा चित्रकला प्रतियोगिताओं हेतु और इंडिजिनियस खेल खिलौने की प्रतियोगिता हेतु श्रीमती कंवल नैन कौर जी, श्री स्वतंत्र भगत जी तथा श्री पुनीता सैनी जी ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। सभी जेड आई सी सी, सांस्कृतिक राजदूतों ने
भी कार्यक्रम के सफल संचालन में अपना योगदान दिया। दीपक शर्मा जी ने तकनीकी विशेषज्ञ के तौर पर कार्यभार संभाला।
कार्यक्रम का संचालन श्री रविन्द्र सिंह ( वरिष्ठ व्याख्याता, एजुकेशन) ने पूरी तन्मयता से किया।

कार्यक्रम में दोनों दिन विद्यार्थियों के लिए एवं उनके साथ आए शिक्षकों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई है।