आयुष का 6 वे दिन भी नहीं हुआ पोस्टमार्टम ,न्याय के लिए निकला कैंडल मार्च

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चंडीगढ़ की आवाज के चेयरमैन अविनाश सिंह शर्मा के नेतृत्व में मृतक आयुष को न्याय दिलवाने के लिए सेक्टर 34 – 35 के गोल चक्कर पर जे०डब्ल्यू० मैरियट० होटल के सामने कैंडल मार्च किया गया। कैंडल मार्च में चंडीगढ़ के विभिन्न सेक्टरों से चलकर लोग आए । और आयुष को इंसाफ मिले की लड़ाई में शामिल हुए । लोगों के अंदर काफी आक्रोश देखा जा रहा था ।

नगर निगम कमिश्नर, नगर निगम मेयर, मुर्दाबाद के नारे लग रहे थे।

चंडीगढ़ पुलिस मुर्दाबाद ,

चंडीगढ़ पुलिस शर्म करो ,

दोषियों पर कार्रवाई करो ,

दोषियों पर FIR दर्ज करो ,

बता दे कि आयुष की घटना के छठे दिन तक FIR दर्ज नहीं होने के कारण आयुष का पोस्टमार्टम नहीं हो सका । आयुष की लाश सेक्टर 16 अस्पताल में पड़ी है । चंडीगढ़ पुलिस दोषियों को बचाने में लगी है । चेयरमैन अविनाश शर्मा ने कहा कि जिस तरह से बिहार में राजनेता और अफसर मिल जुलकर जानवरों का चारा खा गए थे । उसी तरह से चंडीगढ़ के राजनेता और अफसर आपस में मिल जुलकर कुत्तों के रख रखाव के नाम पर करोड़ों का घोटाला कर पैसा खा गए हैं । जिसका परिणाम चंडीगढ़ शहर को भुगतना पड रहा है । प्रत्येक दिन 40 से 50 डॉग बाइट के केस सामने आ रहे हैं । और रैबीज के कारण हो रही मौत को दबाने का काम कर रहे हैं । अब चंडीगढ़ के मेयर अपनी लापरवाही को स्वीकार कर रहे हैं । लेकिन जो कुत्तों के नाम पर करोड़ों का घोटाला हुआ । जिसका परिणाम आयुष को कुत्तों ने नोच नोचकर मार डाला । चंडीगढ़ में दहशत का माहौल है। लोग अपने बच्चे को पार्क में भेजने डर रहे हैं । चंडीगढ़ की आवाज घोटाले को पूर्ण रूप से उजागर करके दोषियों पर कार्रवाई करवा कर ही दम लेगा । कारण है कि यह पूरे चंडीगढ़ के लाखों लाखों परिवारों से जुड़ा मामला है । चंडीगढ़ शहर में कुत्तों ने आतंक मचा रखा है । पीड़ित परिवार को सांत्वना देने अभी तक सांसद, मेयर, पार्षद, कमिश्नर कोई भी नही जाकर, अपना असली चेहरा चंडीगढ़ की जनता को दिखा दिए ।

महामंत्री कमल किशोर शर्मा ने कहा कि ये कहना गलत नहीं होगा कुछ राज नेता चारा खा गए थे अब चंडीगढ़ के मेयर और नगर निगम के अधिकारी मिल कर कुत्तो के वैक्सीन टीके खा गए | जिस तरह से बिहार में चारा घोटाले के दोषी आज जेल के अंदर है । उसी तरह चंडीगढ़ में कुत्तों के ऊपर खर्च करने आए करोड़ों का फंड घोटालेबाज घोटाला कर गये । जिसके कारण शहर में कुत्तों का आतंक बढ गया है । अधिकारी व कर्मचारियों के ऊपर कार्रवाई करवा कर ही दम लेंगे ।