जालंधर निवासी और ईसाई समाज के धर्म प्रचारक सुरजीत थापर ने अपने ऊपर कुछ अज्ञात लोगों द्वारा उन पर गोलियों से जानलेवा हमला करने के आरोप लगाए हैं। माननीय जिला उपायुक्त और जालंधर पुलिस को इसकी शिकायत दिए जाने के बाबजूद भी अभी तक कोई कार्रवाई न होने से आहत सुरजीत थापर अब मीडिया के आगे फरियाद लेकर पहुंचे है।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सारा मामला गांव पण्डियाला की एक दुकान की ऑक्शन को लेकर हुआ। उन्होंने इस दुकान की ऑक्शन तयशुदा रकम के अनुसार सारे कायदे कानून के तहत पूरा किया। इसके बाद धर्म के नाम पर माहौल को खराब करने का प्रयास किया गया। असामाजिक और गुंडा तत्वों पर पर्चा होने की बजाए उल्टा उनपर ही मामला दर्ज कर दिया गया।
इस पंचायत द्वारा कुछ खर्च करके और कुछ राशि का भुगतान करने पर, उन्होंने पंचायत के सरपंच की उपस्थिति में एक और ताला लगा दिया, जिसका प्रमाण मैं आवश्यक पैड पर प्रस्तुत कर सकता हूं, मेरे पास जिले का वीडियो और फुटेज है। यह सब हथियारों के बल पर किया गया, अगर मैं मौके से भाग नहीं जाता तो वे मुझे व्यक्तिगत या आर्थिक नुकसान पहुंचाते। उन्होंने मेरी जाति के खिलाफ अपशब्द और अपशब्द भी कहे और मुझे जान से मारने की धमकी देने लगे। क्योंकि वे मुझे जातिगत, धार्मिक और सामाजिक रूप से अपमानित करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने मेरी हत्या करने के इरादे से बाहर से कुछ गुंडे किस्म के लोगों को बुलाया। 92-डीसीपी/दिनांक 13-02-2025. कानून के मुताबिक इस संबंध में तुरंत कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन मुझे न्याय देने के बजाय मुझ पर एक पर्चा जारी किया गया, जिस पर मैं जिला पुलिस प्रशासन जालंधर की कड़ी निंदा करता हूं।
उन्होंने कहा कि वो राज्य के मुख्यमंत्री, डी जी पी से आग्रह करता हूँ कि मेरी शिकायत पर गौर किया जाए औरमुझे इंसाफ दिलाया जाए। अगर ऐसा नही होता तो ईसाई समाज, एस सी समाज मजबूरन 25 फरवरी 2025 को सड़कों पर उतर जाएगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी राज्य सरकार और जिला प्रशासन की होगी।
आज इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुझे उम्मीद है कि इस प्रेस के माध्यम से मुझे न्याय मिलेगा।