जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजी अब आम बात है और इन पत्थरबाजों की भीड़ में महिला पत्थरबाजों की संख्या भी भारी मात्रा में होती है। इन महिला पत्थरबाजों से निबटने के लिए सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स यानी सीआरपीएफ ने अब लेडी कमांडोज की एक टीम तैयार की है।
इन कमांडोज को कड़ी ट्रेनिंग दी गई है जिसमें रात के डेप्लॉयमेंट से लेकर एक मिनट के अंदर कोई भी खराब हथियार बस एक मिनट में ठीक करने जैसी ट्रेनिंग भी शामिल है।
सुरक्षाबलों के लिए घाटी में आए दिन होने वाले पत्थरबाजी अब सिरदर्द बन चुकी है। हाल के दिनों में इन घटनाओं में काफी तेजी आई है। सात मई को पत्थरबाजी की घटना में चेन्नई के पर्यटक आर थिरुमनी की मौत हो गई थी।
22 वर्ष के थिरूमनी अनंतनाग के नरबल में पर्यटकों की बस पर अचानक हुई पत्थरबाजी का निशाना बन गए थे। इससे पहले दो मई को भी शोपियां के जावूरा गांव में पत्थरबाजों की भीड़ ने स्कूली बच्चों से भरी बस को अपना निशाना बनाया था। 30 अप्रैल को अनंतनाग जिले में हुई पत्थरबाजी में भी सात पर्यटक घायल हो गए थे।