नेमार का जादू चला, ब्राजील क्वार्टर फाइनल

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लीग चरण में लय हासिल करने के लिए जूझ रहे नेमार और ब्राजील ने मैक्सिको के खिलाफ अपना असली रंग दिखाया, जिससे पांच बार की चैंपियन ने 2-0 से जीत दर्ज कर शान से विश्व कप 2018 के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया. पिछले चैंपियन जर्मनी को हराकर सुर्खियां बटोरने वाले मैक्सिको के पास उसका कोई जवाब नहीं था.

नेमार ने 51वें मिनट में पहला गोल दागा, जबकि स्थानापन्न रॉबर्टो फर्मिनो ने 88वें मिनट में ब्राजील की बढ़त दोगुनी की. अगर मैक्सिको के गोलकीपर गुलेरमो ओचोआ ने कुछ अच्छे बचाव नहीं किए होते, तो ब्राजील की जीत का अंतर इससे अधिक होता.

नेमार ने दूसरा गोल करने में भी अहम भूमिका निभाई. वह बाएं छोर से गेंद संभालकर आगे बढ़े और गोल की तरफ नीचा रहता हुआ शॉट जमाया, जिसे ओचोआ ने रोकने की कोशिश की, लेकिन फर्मिनो तैयार थे, जिन्होंने उसे गोल के हवाले किया. ब्राजील क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम और जापान के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ेगा.

दोनों टीमों ने आक्रामक शुरुआत की, लेकिन पहले 20 मिनट में मैक्सिको अधिक आत्मिवश्वास और लय में दिखा. इस बीच दोनों टीमों को मौके भी मिले, लेकिन मैक्सिको के हिरविंग लजानो और ब्राजील के नेमार दोनों इन्हें नहीं भुना पाए.

ब्राजील की टीम ने धीरे-धीरे लय पकड़ी. नेमार के पास 25वें मिनट में अच्छा मौका था, लेकिन मैक्सिको के गोलकीपर ओचोआ ने आगे आकर बड़ी खूबसूरती से उनका यह प्रयास विफल कर दिया.

मैक्सिको की टीम पहले हाफ के अंतिम क्षणों में प्रभावहीन दिखी. उसके खिलाड़ी जूझते हुए नजर आए. इस बीच ब्राजील ने अपने नैसर्गिक खेल दिखाया. फिलिप कोटिन्हो के 32वें मिनट में लगाए गए शॉट को ओचोआ ने रोका, जबकि रिबाउंड पर ह्यूगो अयाला ने उसे बाहर कर दिया. मध्यांतर तक दोनों टीमें गोलरहित बराबरी पर थीं.

ब्राजील दूसरे हाफ में शुरू से ही मैक्सिको पर हावी हो गया था. कोटिन्हो को ओचोआ ने गोल नहीं करने दिया, लेकिन लगातार दबाव बनाने का उन्हें तब फायदा मिला जब नेमार ने गोल दागा.

नेमार का यह विश्व कप में छठा गोल था, जिससे उन्होंने अपने देश के रॉबर्टो रिवलिनो और बबेटो की बराबरी की.

विलियन बेहतरीन फॉर्म में थे. उन्होंने 63वें मिनट में भी मौका बनाया, लेकिन ओचोआ ने फिर से बेहतरीन बचाव किया. मैक्सिको ने भी इस बीच कुछ अवसरों पर ब्राजीली रक्षापंक्ति में सेंध लगाई. ऐसे ही एक अवसर पर हेक्टर हरेरा ने आंद्रेस गुआर्डाडो को गेंद थमाई, लेकिन उनका शॉट थियगो सिल्वा ने रोक दिया.

इस बीच ब्राजील के कोच टिटे ने कोटिन्हो की जगह फर्मिनो को उतारा, जिन्होंने मैदान पर पांव रखने के दो मिनट और छह सेकेंड बाद ही गोल दाग दिया.